My Long Drive
My Long Drive / वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ Good weather Drive. जरा खिड़की खोल कर देखिए, बाहर कितना सुहावना मौसम है।

ठंडी हवा चल रही है। चलो long drive par चलते हैं।
My Long Drive
आज आसमान में थोड़े बादल भी हैं। देखो ऊपर उस चिड़िया को, दोनो पंख फैलाए मजे से उड़ रही है।
सब कुछ कितना सुंदर है।
ये आसमान के बदलते रंग आंखो को कितना सुकून दे रहे हैं।
चलो, आज ड्राइव पर चले। वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive.
क्या! यहां से खड़े खड़े देख लूं। क्यों? बाहर क्यों नहीं जाऊं। आज ही इस मौसम का मजा क्यों नहीं ले सकते?
माना कि आज व्यस्त हैं थोड़ा, पर ऑफिस का ही तो काम है, ऑफिस में कर लेंगे ना।
खाना ही तो बनाना है, रोज ही तो बनती हूं, जरा थोड़ी देर में बना लूंगी।
अरे, बाहर धूल है तो क्या हुआ? गाड़ी का एसी चला लेंगे।
ठीक है ये मौसम भी दुबारा आएगा कभी, पर बादलों में तो ये नहीं लिखा ना, की “आज जाना मना है”।
चलो ना, आज लांग ड्राइव पर चलते हैं। वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
ये मौसम बस मेरी खिड़की का नहीं है, ये मौसम पूरे शहर का है।
देखो, बाहर वो लाला की किराने की दुकान के सामने, जो लाल मारुति 800 खड़ी है।
ट्रैफिक लाइट के लाल होने के कारण।
उसमे जो महिला बैठी है, शायद कोई भजन सुन रही है। कितना शांत है उसका मन।
बहुत सारी फाइलें पड़ी है बगल की सीट पर, पर फिर भी अभी तो वो अपने में जी रही है।
शायद उसे वो भजन याद भी हैं थोड़े, देखो ना, होंठ हिल रहे हैं, गुनगुना रही होगी।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
वो जो सफ़ेद स्विफ्ट खड़ी है, अरे वो वाली नहीं, वो वाली जिसे को सफ़ेद कुर्ता पहिने सफेद दाढ़ी वाले कोई बुजुर्ग चला रहे हैं।
ध्यान से देखो कार की खिड़कियां चढ़ी हैं। उनको आस पास के लोग देख रहे हैं।
पर फिर भी उनका ध्यान किसी आवाज़ पर है, जैसे, कोई उन्हें कार में ही गुरु ज्ञान दे रहा हो।

My Long Drive. जरा वो बाइक देखो, शायद वो दोनो लड़कियां स्कूल में पढ़ती हैं, घर जा रही होंगी।
दिन भर स्कूल के बाद दोनो थक गई है।
फिर भी सड़क पर, अपनी बाइक में, पीछे अपनी दोस्त को बैठाए उस लड़की की मुस्कान देखो।
ऐसा स्वतंत्र महसूस करती है वो इस गाड़ी में बैठकर। उसको फिर सारे दिन घर का नियम कानून मानना, हर बात पे टोका जाना, तुम लड़की को, जरा संभल कर चलो, अंधेरा होने से पहले लौट आयो, कपड़े तो ऐसे ही पहनो ये सब ग्वारा होता है।
चलो ना ड्राइव पर चलें। आज तो दिन ही लांग ड्राइव का है।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive.
उस दुबले से लड़के को देखो, दुबला पतला, देखने में तो कोई मनमौजी लगता है।
अपनी ही धुन में, शायद उसे खेल कूद का भी शौक है। हेलमेट लगा हुआ है, तो चहरा नहीं दिख रहा।
पर जरा से झुके कंधों से लगता है, जिम्मेदारियां भी बहुत लिए घूम रहा है।
गाड़ी रोक पैरों को सड़क पर रख कर, जिस राहत से उसने अपनी शर्ट की कॉलर का बटन खोला है।
लगता है मौसम उसको भी अच्छा लगा है।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
उस बाइक को देखो ना एक माता पिता बैठे हैं। जिस के एक हाथ में झोला है, बीच में एक बच्चा भी है।
माता पिता ने तो हेलमेट पहना है। मगर बच्चे के बाल जो हवा में उड़ कर मुंह पर आ रहे हैं, वो ही खेल बन गया है उसका।
और वो कार में बैठे पति पत्नी।
सिग्नल पर आते ही पानी पीने बॉटल उठाई पति ने। शायद पानी है नहीं उसमे।
पत्नी ने धीरे से कार का कांच खोला।
हाथ बाहर निकाल कर शायद वो इस मौसम को अपनी मुट्ठी में भर कर अपने साथ ले जाना चाहती है।
पत्नी ने आदतन ही अपनी बॉटल निकाल कर दे दी उसे।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
हा हा हा, उस कुत्ते को तो देखो, अपने मालिक मालकिन के साथ कार में घूम रहा है।
कैसे खिड़की से बाहर मुंह निकले है। लगता है आज पूरी ठंडी हवा वो ही खा लेगा। लार टपका रहा है।
बगल से गुजर रहे बच्चों को देख कर खेलना चाहता है, पर कुछ बच्चे उससे डर रहे हैं, और कुछ उसको चिढ़ा रहे हैं।
मालकिन ने पीछे हाथ से चैन पकड़ रखी है, वरना तो वो आज खिड़की से कूदने को तैयार बैठा है।
उसकी इस हरकत से आगे बैठे दोनो कितना हंस रहे हैं। हर बार की कार यात्रा का ये ही खेल है।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
पान की दुकान के पास वाली उस बड़ी गाड़ी को देखो, guitar रखा है जिसमें पिछे।
उसमे शायद कोई संगीत प्रेमी बैठा है। पास रखी पानी की बॉटल का पानी भी बंद गाड़ी में हिल रहा है।
जरूर ज्यादा बेस में गाना चल रहा है अंदर।
गाड़ी रुकी है तो कांच में देख कर चहरे पर आ रहे बाल भी ठीक कर लिए हैं।
आजादी का ये पल तो उसे भी अच्छा लग रहा है।
चलें आज हम भी लॉन्ग ड्राइव पे। वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive.
My Long Drive. उस चमकती गाड़ी को देखो,
ऐसा लगता है, आज विशेष रूप से घंटों लगा कर साफ़ हुई है।
अंदर बैठा आदमी भी बड़ा तैयार सा बैठा है।
बार बार कांच में देख कर मुस्कुरा रहा है, अपने आप से ही बातें कर रहा है।
कुछ लोग जब खुश होते हैं, तो खुद से ही बातें करने लगते हैं। मौसम का रंग तो इस पर भी चढ़ा है।
उस गाड़ी को भी देखो, पूरी भरी है।
अंदर हंसी ठहाका हो रहा है, ये लोग भी शायद आज मौसम का स्वाद चखने घर से निकले हैं।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
और वो वाली गाड़ी देखो, अरे वाह! देखो, उसमे पीछे की सीट लेटा कर बच्चों का कमरा बन गया है।
माता पिता आगे बैठे हैं, और बच्चे पीछे आराम से खेल रहे हैं।
My Long Drive
देखो छोटे छोटे कुशन भी पड़े हैं। शायद बच्चे खेल कर यहीं सो भी जाएं।
और जरा सड़क के उस पार, उस इमारत को देखो।
वो देखो सबसे ज्यादा हरियाली वाली वो बालकनी। वो मुझे हमेशा ही अच्छी लगती है।
कभी कभी वहां चिड़िया, कुछ अच्छे दिये लटकते है। देखो गौतम बुद्ध की एक प्रतिमा भी रखी है वहां।
अक्सर वहां से एक लड़की मुझे देख कर मुस्कुराती है। उसे भी शायद प्रकृति को देखना खूब पसंद है।
अक्सर हमारी नजरें तब टकराती है जब मैं यूं अपनी खिड़की से बाहर झांकती हूं और वो अपनी चाय का कप लिए अपनी बालकनी पे होती है। आज भी देखो वो वहीं बैठी है, मौसम से हर्षाती हुई।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
ओह! बच्चों को खेलने भेजने का टाइम हो गया। आज तो उनको भी मज़ा आएगी, इस मौसम में उछल कूद करने में।
चलो गाड़ी में छोड़ आते हैं उन्हें। फिर एक राउंड वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव भी हो ही जाएगी। अरे, थोड़ी हिम्मत करो, चलो।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
फिर क्या था, बच्चों को खुशी खुशी कार में बैठकर और खिड़की खोल कर चल पड़ी हमारी गाड़ी।
रास्ते में बच्चों ने रिमोट से कई बार गाने बदले। मन किया बोलूं कोई एक गाना चलने दो, फिर लगा, उनकी भी तो लॉन्ग ड्राइव है। ग्राउंड आ गया, उन्हें उतार कर गेट तक पहुंचा दिया मैंने।
अब चलें लॉन्ग ड्राइव पर। हां, गाड़ी मै चलाऊंगी, खिड़की के कांच चढ़ा दिए। एसी दो पर सेट। मेरे मोबाइल की फेवरेट गानों वाली लिस्ट ही बजेगी आज।
वो मेरी वाली लॉन्ग ड्राइव/ My Long Drive
और ये हुई गाड़ी चालू। लंबी सड़क, महौल को सूट करते प्यारे गाने।
कार में मुझे जोर जोर से गाना पसंद है, किससे शर्म? उंगलियां अब स्टेयरिंग पर नाचने लगी, गर्दन भी लय मिलाने लगी, कंधे तो इतने खुश हैं कि ताल पर उछल रहे हैं।
बहुत खुश हूं। दिमाग भी इतना ताज़ा जैसे अभी ध्यान करके उठी हूं।
बस इस पल में हूं, पूरा जी रही हूं। कान से कान तक मुस्कुरा रही हूं। और इस गाड़ी में अकेले बस अपने लिए गा रही हूं।

हां, आपने सही सुना, गाड़ी में मैं अपने लिए ही मुस्कुरा रही हूं।
मुझे खुद से बातें करना अच्छा लगता है।
ये मेरे पल हैं। सब के अलावा मुझे खुद के लिए भी तो खुश होना है।
ये यहीं नहीं रुकता, मुझे गाड़ी में अकेले मुस्कुराते और गाते देख कर शायद कोई राहगीर हंस पड़े।
पर उसे क्या पता मेरी इस लॉन्ग ड्राइव का जादू।
अगली बार आप भी चलिए मेरे साथ। मैंने कई बार अपनी खिड़की से बैठे बैठे आपको देखा है उसी सिग्नल पर।
यदि आपको भी लगता है कि मैं आपकी बात कर रही हूं तो मुझे अभी यहीं बताइए।
अगली बार आप उस सिग्नल पर आएं तो देखना, बायें हाथ तरफ के घरों में से एक घर की खिड़की से मैं आपको बाहर देखती मिल जाऊंगी।
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Categories: ब्लॉग
Very nicely written
I can recall few of my similar trips as well
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वो मेरी वाली लांग ड्राइव चित्रण पड़ते पड़ते में खुद घटनाक्रम का हिस्सा बनकर वातावरण में सम्मलित हो गया था, लेखन कब शुरू हुआ कब खत्म हुआ, पता ही नहीं चला, लगा लेखिका के पास चित्रण का अथाह सागर है, उसकी कुछ बूंदे ही धरातल में आ पाई और अपनी चेतना बिखेर दी,
हैप्पी हार्ट को बधाई,इतनी सुंदर चित्रण के लिए।।
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Thank you for appreciating.
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वो मेरी वाली लांग ड्राइव चित्रण पड़ते पड़ते में खुद घटनाक्रम का हिस्सा बनकर वातावरण में सम्मलित हो गया था, लेखन कब शुरू हुआ कब खत्म हुआ, पता ही नहीं चला, लगा लेखिका के पास चित्रण का अथाह सागर है, उसकी कुछ बूंदे ही धरातल में आ पाई और अपनी चेतना बिखेर दी,
हैप्पी हार्ट को बधाई,इतनी सुंदर चित्रण के लिए।।
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Bahot hi khubsurati se likha,
Lovely poem
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Hi, Roshni.
Many thanks for following my blog, which is appreciated.
Best wishes, Pete. 🙂
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